सुबह की पहली किरण के साथ मेरा ये पहला पैगाम तेरे पास आए।।

सुबह की पहली किरण के साथ मेरा ये पहला पैगाम तेरे पास आए।।
सबसे हसीन और सबसे खास हो तुम मेरे लिए हर पल तू मुझे ही अपने पास पाए।।
मै जो लिखूँ गीत वो ओठों से तेरे हरदम तू हरदम गुनगुनाये।।
यु ही नामों की तरह ही प्रदीप खुश मिजाजी वाली महफ़िल दुबारा से जमाये।।
कुछ नई तो कुछ पुरानी यादें जो दिल में समेटे है उसे दुबारा से बया कर पाये।।
बुलाए नाम लेकर के कोई तो प्रदीप प्रदीप दोनों मिलकर साथ में रंग जमाये।।
और यु ही बरकरार रहे मुस्कुराहट सदा ओठों पर तेरे बस मेरी खुदा से ये दुआ कबूल हो जाए।।
तुझे तेरे 21वे जन्मदिन की बहुत बहुत शुभकामनाये।। 

✍️प्रदीप सनिशरे🕊️ Khushix18 🌻

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